भारतीय सेनाओं को मिली नई ताकत: CDS को संयुक्त आदेश जारी करने का अधिकार
भारतीय सशस्त्र बलों की ताकत में बड़ा इजाफा करते हुए रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने CDS और DMA सचिव को तीनों सेनाओं के लिए संयुक्त आदेश जारी करने का अधिकार दे दिया है। यह कदम सेनाओं के बेहतर तालमेल और थिएटराइजेशन की दिशा में एक क्रांतिकारी पहल है।

भारतीय सशस्त्र बलों की शक्तियों में बड़ा इजाफा हुआ है. भारतीय सशस्त्र बलों का लगातार आधुनिकीकरण जारी है. इस दिशा में केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह लगातार प्रयासरत भी हैं. इसी दिशा में एक नया अधिकार भारतीय सशस्त्र बलों को मिलने जा रहा है. दरअसल रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (CDS) और सैन्य मामलों के विभाग के सचिव (Secretary DMA) को भारतीय थल सेना, नौसेना और वायु सेना के लिए संयुक्त निर्देश और संयुक्त आदेश जारी करने का अधिकार दे दिया है. ये बदलाव की एक बड़ी पहल है जिसे देश भर में सराहना मिल रही है. इस बड़े कदम से बीते कई सालों से चली आ रही पुरानी व्यवस्था में बड़ा बदलाव आया है. इस कदम का मुख्य उद्देश्य तीनों सेनाओं के बीच तालमेल को मजबूत करना और सेनाओं की संचालन प्रक्रिया को आसान बनाना है.
रक्षा मंत्रालय ने जारी किया आदेश
रक्षा मंत्रालय की ओर से जारी एक बयान में कहा गया, 'सशस्त्र बलों के आधुनिकीकरण की दिशा में एक बड़े कदम के रूप में, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (CDS) और सैन्य मामलों के विभाग (DMA) के सचिव को तीनों सेनाओं के लिए संयुक्त निर्देश और संयुक्त आदेश जारी करने के लिए अधिकृत किया है. यह पहले की प्रणाली में बदलाव का प्रतीक है, जिसमें दो या अधिक सेवाओं से संबंधित निर्देश/आदेश सेना के प्रत्येग अंग द्वारा अलग-अलग जारी किए जाते थे.'
रक्षा मंत्रालय ने कहा कि, "यह पहल तीनों सेवाओं में बेहतर पारदर्शिता, समन्वय और प्रशासनिक दक्षता की नींव रखेगी. यह फैसला तीनों सेनाओं के बीच एकजुटता और समन्वय के एक नए युग की शुरुआत का भी प्रतीक है, जो राष्ट्र की सेवा में सशस्त्र बलों को मजबूत करता है. इस कदम को रक्षा मंत्रालय द्वारा थिएटराइजेशन प्लान को लागू करने के प्रयास के अनुरूप देखा जा रहा है. थियेटराइजेशन मॉडल के तहत सरकार थल सेना, वायुसेना और नौसेना की क्षमताओं को इंटीग्रेट करना चाहती है, ताकि युद्ध और अन्य सैन्य अभियानों के दौरान तीनों सेनाओं के संसाधनों का अधिकतम उपयोग हो सके."
थियेटराइजेशन प्लान के अनुसार, प्रत्येक थियेटर कमांड में थल सेना, नौसेना और वायु सेना की इकाइयां होंगी और ये सभी एक निर्दिष्ट भौगोलिक क्षेत्र में सुरक्षा चुनौतियों को देखते हुए एक यूनिट के रूप में काम करेंगी. वर्तमान में थल सेना, नौसेना और वायु सेना की अलग-अलग कमान हैं.
आपको बता दें कि रक्षा मंत्री के इस फैसले से पहले तीनों सेनाओं यानी जल, थल और वायु सेना का संचालन अलग अलग होता था और तीनों सेनाओं के लिए अलग निर्देश दिए जाते थे. राजनाथ सिंह द्वारा उठाये गए इस कदम के बाद चीफ और डिफेन्स स्टाफ तीनों सेनाओं के लिए आदेश जारी करने में सक्षम होंगे. गौरतलब है कि चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (CDS) का पोस्ट साल 2019 में केंद्र की मोदी सरकार ने ही बनाया था. इस पोस्ट का उद्देश्य तीनों सेनाओं के बीच बेहत समन्वय स्थापित करना होता है. इस ऐलान के बाद 31 दिसंबर, 2019 को जनरल विपिन रावत को भारत का पहला सीडीएस नियुक्त किया गया था. सीडीएस भारतीय सशस्त्र बलों का प्रमुख सैन्य प्राधिकारी और सबसे वरिष्ठ अधिकारी होता है.