छत्तीसगढ़ के सुकमा में नक्सली हमला: ASP आकाश गिरिपुंजे शहीद, IED ब्लास्ट में कई घायल
छत्तीसगढ़ के सुकमा में नक्सलियों ने IED ब्लास्ट कर पुलिस टीम पर हमला किया। इस हमले में ASP आकाश राव गिरिपुंजे शहीद हो गए और कई पुलिसकर्मी घायल हुए हैं। जानें पूरी घटना की डिटेल और सरकार की प्रतिक्रिया।

छत्तीसगढ़ के सुकमा में बड़ा नक्सली हमला – ASP शहीद, कई जवान घायल
छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले से बहुत ही दुखद और हैरान कर देने वाली खबर सामने आई है। यहां नक्सलियों ने IED ब्लास्ट (बम विस्फोट) करके पुलिस की टीम को निशाना बनाया। इस हमले में एएसपी (ASP) आकाश राव गिरिपुंजे शहीद हो गए, जबकि कई पुलिस जवान बुरी तरह घायल हो गए।
क्या हुआ?
सुकमा के एर्राबोर और कंटा के बीच एक जंगल वाले रास्ते में पुलिस की टीम पेट्रोलिंग कर रही थी। अचानक ज़मीन के नीचे छिपाया गया IED ब्लास्ट हुआ। ये धमाका इतना जोरदार था कि ASP गिरिपुंजे गंभीर रूप से घायल हो गए और बाद में उन्होंने दम तोड़ दिया।
कौन थे ASP गिरिपुंजे?
आकाश गिरिपुंजे बहुत ही ईमानदार और बहादुर पुलिस अफसर थे। वो 2013 बैच के अधिकारी थे और कई सालों से नक्सल इलाकों में सेवा दे रहे थे। अपने काम को लेकर वो हमेशा चर्चा में रहते थे और कई वीरता पुरस्कार भी जीत चुके थे।
हमले में कौन-कौन घायल हुआ?
इस ब्लास्ट में सुकमा थाना प्रभारी (SHO) सोनल ग्वाला और SDOP भानुप्रताप चंद्राकर भी घायल हुए हैं। इन सभी को तुरंत इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उनकी हालत अब स्थिर बताई जा रही है।
क्यों हुआ ये हमला?
बताया जा रहा है कि नक्सली 10 जून को भारत बंद की तैयारी में थे। इसी के चलते पुलिस इलाके में गश्त कर रही थी ताकि कोई बड़ी घटना न हो। लेकिन नक्सलियों ने पहले ही साजिश रच ली थी और IED बम पहले से लगाया हुआ था।
सरकार और पुलिस का क्या कहना है?
इस हमले के बाद पूरे राज्य में दुख का माहौल है। मुख्यमंत्री और डिप्टी सीएम दोनों ने घटना पर शोक जताया और कहा कि शहीद अफसर की कुर्बानी को बेकार नहीं जाने देंगे। उन्होंने यह भी कहा कि नक्सलियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
जनता में आक्रोश
इस हमले के बाद सोशल मीडिया पर लोग बहुत दुखी और नाराज़ हैं। लोग कह रहे हैं कि अब समय आ गया है कि नक्सलियों के खिलाफ ज़ोरदार और आखिरी लड़ाई लड़ी जाए।
निष्कर्ष
ASP गिरिपुंजे की शहादत ने एक बार फिर साबित कर दिया कि हमारे पुलिस अधिकारी दिन-रात अपनी जान की परवाह किए बिना हमारी सुरक्षा करते हैं। यह हमला न केवल एक बहादुर अफसर की जान ले गया, बल्कि देश को भी झकझोर कर रख गया। अब देश को ऐसे लोगों के खिलाफ एकजुट होकर खड़ा होना होगा।