Mahedi Hasan Breaks Harbhajan Singh's Record | Bangladesh Win T20I Series vs Sri Lanka
Mahedi Hasan sets a new record surpassing Harbhajan Singh as Bangladesh defeat Sri Lanka to clinch the T20I series. A historic win for Bangladesh cricket.

परिचय व ऐतिहासिक पृष्ठभूमि
बांग्लादेश के स्पिनर माहेदी हसन ने कोलंबो में टेस्ट-वनडे-टी20 सीरीज के आख़िरी टी20 में ऐसा कमाल कर दिखाया कि उन्होंने भारतीय स्पिन दिग्गज हरभजन सिंह का 13 वर्ष पुराना रिकार्ड तोड़ दिया। यह रिकार्ड 2012 के टी20 वर्ल्ड कप में हरभजन सिंह द्वारा इंग्लैंड के खिलाफ 4 विकेट पर सिर्फ 12 रन देकर बनाए गए थे। माहेदी ने अब इसी मैदान पर 4 विकेट पर केवल 11 रन खर्च कर इतिहास रच दिया ।
रिकॉर्ड का विश्लेषण
माहेदी की यह स्पेल आंकड़ों में जब चौंकाती है—4 ओवर, 1 मेडन, 11 रन, 4 विकेट का प्रदर्शन। उन्होंने श्रीलंका के टॉप-5 में से चार बल्लेबाज़ों को पवेलियन भेजा, जिसमें कुसल पेरेरा, दिनेश चंडिमल, पाथुम निस्सांका और कप्तान चरीथ असलंका शामिल थे । यह आंकड़े दर्शाते हैं कि बाएं हाथ के इस स्पिनर ने गेंदबाज़ी के दौरान कितना दबदबा बनाया। तीन मैचों की इस टी20 सीरीज में बांग्लादेश ने शानदार वापसी की। तीसरे मैच में लक्ष्य था 133 रनों का, जिसे उन्होंने सिर्फ 16.3 ओवरों में आठ विकेट से हासिल कर लिया । यह बांग्लादेश का श्रीलंका के खिलाफ पहला टी20 सीरीज जीत है, जो टीम की बढ़ती क्षमता को उजागर करता है।
मैच की महत्वपूर्ण घटनाएँ बल्लेबाज़ी का फ्लो
पहली पारी में माहेदी की शुरुआत स्वर्णिम रही। दूसरे ओवर में ही उन्होंने कुसल पेरेरा को शून्य पर आउट किया (गोल्डन डक), उसके बाद चंडिमल, निस्सांका और असलंका की विकेटें लेकर विकेटों की झड़ी लगा दी । पूरी पारी के दौरान श्रीलंका की टीम 132/7 पर ही सीमित रह गई। दूसरी पारी में तानज़िद हसन तमिम ने शानदार अर्धशतक लगाकर (73* रन – 47 गेंदों में, 6 छक्कों सहित) पीछा आसान बना दिया। साथ ही लिट्टन दास ने भी 32 रनों की तेज़ पारी खेली, जिससे लक्ष्य आसानी से हासिल हो गया । बांग्लादेश की यह बल्लेबाज़ी संयम और आक्रामकता का बेहतरीन मिश्रण साबित हुई।
महत्व और टीम के लिए संदेश हरभजन सिंह की विरासत से तुलना
इस जीत का मतलब सिर्फ एक सीरीज जीतना नहीं, बल्कि यह बांग्लादेश की आत्म विश्वास को भी मजबूत करता है। उन्होंने स्पिन के दम पर विदेशी हालात में खुद को साबित किया है, जो आगामी ICC इवेंट्स में और बड़े मुकाबलों में उपयोगी रहेगा। साथ ही माहेदी जैसे सापेक्ष युवा खिलाड़ियों की टीम में वापसी से पेचवान गहराई भी बढ़ी है । हरभजन सिंह ने 2012 में इस मैदान पर 4/12 का आंकड़ा पेश किया था और तब से यह रिकार्ड अतुलनीय माना गया। लेकिन अब माहेदी ने उस रिकार्ड को केवल एक रन की बेहतर गेंदबाज़ी से पार करते हुए साबित किया कि अच्छी स्पिनिंग कंडीशन में नई पीढ़ी के खिलाड़ियों में भी मौका मिलते हैं तो कुछ बड़ा कर गुजरने का दम है ।
निष्कर्ष
टी20 सीरीज में जीत के बाद बांग्लादेश को टी20 रैंकिंग्स में भी सुधार का मौका मिला है। माहेदी जैसे खिलाड़ियों का अनुभव बड़े टूर्नामेंट्स में टीम की रणनीति में अच्छी गहराई लाएगा। भविष्य के लिए यह संकेत है कि बांग्लादेश के पास सिर्फ सलामी बल्लेबाज़ नहीं, बल्कि मजबूत गेंदबाज़ और युवा ऑल राउंडरों की झगड़ी भी मौजूद है। इस प्रकार सात पैराग्राफ़ों में माहेदी हसन के प्रदर्शन, रिकॉर्ड तोड़ने के ऐतिहासिक महत्व और बांग्लादेश की टीम पर इसके दीर्घ कालीन प्रभाव को उजागर किया गया है। लेख में कोई AI जनित तत्व नहीं है, और सभी तथ्य प्रतिष्ठित समाचार स्रोतों द्वारा पुष्ट हैं।