शिलाजीत: फायदे ही फायदे या कुछ नुकसान भी? जानिए सच्चाई आसान भाषा में
शिलाजीत को आयुर्वेद में ताकत का खजाना माना जाता है। लेकिन इसके फायदे के साथ कुछ नुकसान भी हो सकते हैं। जानिए शिलाजीत के इस्तेमाल का सही तरीका और सच्चाई।

शिलाजीत... आपने इसका नाम तो ज़रूर सुना होगा! कई लोग इसे ताकत बढ़ाने वाली चमत्कारी चीज़ मानते हैं। खासकर पुरुषों में इसकी डिमांड ज़्यादा होती है। लेकिन क्या वाकई शिलाजीत इतना फायदेमंद है? और क्या इसके कोई साइड इफेक्ट नहीं होते? आइए जानते हैं आसान भाषा में।
शिलाजीत क्या होता है?
शिलाजीत एक तरह का काला-भूरा चिपचिपा पदार्थ होता है, जो पहाड़ों की चट्टानों से निकलता है। इसे हिमालय, गिलगिट, तिब्बत जैसे ऊंचाई वाले क्षेत्रों में पाया जाता है। इसमें भरपूर मात्रा में मिनरल्स और फुल्विक एसिड होता है।
शिलाजीत के फायदे:
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ऊर्जा बढ़ाता है: थकावट जल्दी होती है? शिलाजीत शरीर में एनर्जी लेवल को बढ़ाता है।
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यौन शक्ति बढ़ाता है: पुरुषों में कमजोरी की समस्या हो तो शिलाजीत मददगार हो सकता है।
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इम्यून सिस्टम मजबूत करता है: रोजाना की छोटी-मोटी बीमारियों से लड़ने की ताकत देता है।
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एंटी-एजिंग असर: बढ़ती उम्र के असर को कम करने में मदद कर सकता है।
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ब्रेन फंक्शन बेहतर: याददाश्त और एकाग्रता को बेहतर बनाता है।
शिलाजीत के नुकसान:
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डोज़ ज़्यादा हो जाए तो नुकसान: बहुत ज्यादा मात्रा में लेने से पेट दर्द, चक्कर या एलर्जी हो सकती है।
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गर्भवती महिलाएं न लें: प्रेग्नेंसी या स्तनपान के दौरान शिलाजीत लेना सुरक्षित नहीं माना जाता।
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शुद्धता बहुत जरूरी है: बाजार में मिल रहा शिलाजीत मिलावटी भी हो सकता है, जिससे फायदे की बजाय नुकसान हो।
कैसे करें सही इस्तेमाल?
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रोजाना 300–500 मिलीग्राम लेना पर्याप्त होता है।
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दूध या गुनगुने पानी के साथ लिया जा सकता है।
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किसी डॉक्टर या आयुर्वेदिक एक्सपर्ट से सलाह लेकर ही इस्तेमाल करें।
शिलाजीत एक फायदेमंद औषधि जरूर है, लेकिन समझदारी से इसका इस्तेमाल करना जरूरी है। ज्यादा लेने से फायदे की जगह नुकसान भी हो सकता है। इसलिए, किसी भी हर्बल या आयुर्वेदिक चीज़ को लेने से पहले जानकारी लेना सबसे जरूरी है।