500 रूसी ड्रोन से दहला यूक्रेन, सबसे बड़ा हमला – युद्धविराम की उम्मीद फिर टूटी
रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध अब और खतरनाक हो गया है। हाल ही में रूस ने एक ही रात में यूक्रेन पर 500 ड्रोन से हमला किया। जानिए कैसे हुआ सबसे बड़ा ड्रोन अटैक और क्या है इसका असर।

Russia–Ukraine war: सबसे घातक हमले से दहला यूक्रेन, 500 रूसी ड्रोन ने
मचाई तबाही
रूस और यूक्रेन के बीच जारी तनाव लगातार घातक होता चला जा रहा है। रूस यूक्रेन पर लगातार हमले कर रहा है। रूस की तरफ से जाती हालिया बयान में कहा गया है कि यूक्रेन के 49 ड्रोन तबाह कर दिए हैं। रूस के रक्षा मंत्रालय ने कहा है कि उसने रात भर में सात रूसी क्षेत्रों में घुसे 49 यूक्रेनी ड्रोन नष्ट कर दिए। इस हमले के बारे में स्थानीय अधिकारियों का कहना है कि, “दो ड्रोन ने राजधानी मॉस्को से 600 किलोमीटर पूर्व में स्थित चुवाशिया क्षेत्र में इलेक्ट्रॉनिक युद्ध उपकरण बनाने वाले एक संयंत्र को निशाना बनाया.”
यूक्रेन ने की हमले की पुष्टि
रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने यूक्रेन पर बिल्कुल रहम ना करने की ठान ली है। यूक्रेन के हर हमले पर रूस की जवाबी कार्रवाई के साथ ही रूस ने यूक्रेन को पूरी तरह से तबाह करने का मकसद बना लिया। बीती रात रूस ने यूक्रेन पर अब तक सबसे बड़ा ड्रोन अटैक किया। ये हमला कितना घातक था इसकी गवाही यूक्रेन से सामने आए तबाही भरे मंजर दे रहे थे। इस हमले पर यूक्रेन की तरफ से भी बयान आया है। यूक्रेन की वायुसेना द्वारा जारी बयान में कहा गया है कि, “रूस ने युद्ध के दौरान एक रात में सबसे बड़ा ड्रोन हमला करते हुए करीब 500 ड्रोन से बमबारी की. रूस ने प्रत्यक्ष शांति वार्ता के बीच अपना आक्रमण जारी रखा है. इस बातचीत से युद्ध थमने की दिशा में अभी तक कोई प्रगति नहीं हुई है.” यूक्रेन की वायुसेना ने कहा कि, “मुख्य रूप से यूक्रेन के मध्य और पश्चिमी क्षेत्रों में 479 ड्रोन, विभिन्न प्रकार की 20 मिसाइल से हमला किया गया.” वायुसेना ने कहा कि, “रविवार रात यूक्रेन की वायु रक्षा प्रणाली ने 277 ड्रोन और 19 मिसाइल को हवा में ही नष्ट कर दिया.” उसने दावा किया कि केवल 10 ड्रोन या मिसाइल ही अपने टारगेट तक पहुंच सके. अधिकारियों ने कहा कि हमले में एक व्यक्ति घायल हो गया. हालांकि यूक्रेन द्वारा किए जा रहे इन दावों की पुष्टि नहीं की जा सकी है.
युद्धविराम वार्ता हुई बेअसर
24 फरवरी 2022 से रूस और यूक्रेन के बीच छिड़ा युद्ध तीन सालों के बाद भी किसी निष्कर्ष तक नहीं पहुंच सका है। रूस और यूक्रेन की तरफ से लगातार अपने देश की रक्षा के मद्देनजर हमले जारी हैं। आपको बता दें कि दोनों देशों के बीच युद्ध विराम को लेकर बातचीत शुरू हुई भी थी लेकिन इसके बावजूद कोई सटीक समाधान नहीं निकला पाया। दोनों देशों की तरफ से जारी हमलों के बीच भी रूस और यूक्रेन ने सोमवार को बंदी बनाए गए नागरिकों के एक और समूह की अदला-बदली की.
रूस की तरफ से हमलों में कोई कमी या ढील नहीं दी जा रही है। लगातार हवाई हमले बड़ा रहे रूस ने हाल में लगभग 1,000 किलोमीटर के पूर्वी और उत्तर-पूर्वी क्षेत्रों में मोर्चेबंदी के साथ हमले तेज कर दिए हैं. यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की ने कहा कि, “इनमें से कुछ क्षेत्रों में स्थिति बहुत कठिन है. यूक्रेन अपने बड़े दुश्मन के खिलाफ अग्रिम मोर्चे पर कमजोर स्थिति में है और उसे अपने पश्चिमी सहयोगियों से खासकर हवाई सुरक्षा के लिए और सैन्य सहायता की आवश्यकता है, लेकिन युद्ध पर अमेरिकी नीति के बारे में अनिश्चितता ने इस बात पर संदेह पैदा कर दिया है कि कीव को कितनी मदद मिलेगी.”
रूस के खिलाफ डटकर खड़ा है यूक्रेन
बीते 3 सालों से भी अधिक समय से जारी इस युद्ध में यूक्रेन लगातार अपने देश की रक्षा में खड़ा है। रूस के कई हमलों को यूक्रेनी सेना ने ना केवल रोका है बल्कि कई बड़े हमले यूक्रेन की तरफ से रूस पर भी किए गए हैं। यूक्रेन के कुछ हमलों ने तो रूसी सेना को भी हैरान कर दिया है। सुदूर रूसी हवाई ठिकानों पर यूक्रेन की सेना का हालिया ड्रोन हमला अपने आप में आश्चर्यजनक रहा। यूक्रेनी जनरल स्टाफ ने सोमवार को दावा किया कि, “विशेष अभियान बलों ने रूस के निजनी नोवगोरोद क्षेत्र में सवासलेका हवाई क्षेत्र में तैनात दो रूसी लड़ाकू विमानों पर हमला किया, जो यूक्रेनी सीमा से लगभग 650 किलोमीटर उत्तर-पूर्व में स्थित है।”
उनके बयान में यह साफ नहीं किया गया है कि विमान पर हमला कैसे हुआ। रूसी अधिकारियों की ओर से इस दावे पर कोई टिप्पणी नहीं की गई है।
युद्धकाल के समय भी रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध के दौरान बंदी बनाए गए लोगों को लौटाने की सहमति बनी हुई है। कई बार दोनों देशों की तरफ से युद्धबंदियों की अदला–बदली की जा चुकी है। सैकड़ों सैनिकों और नागरिकों की अदला-बदली होना ये दर्शाता है कि युद्धविराम की कोशिशें असफल होने के बाद भी कहीं न कहीं वार्ता में कुछ सफलता मिली है। यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की और रूसी रक्षा मंत्रालय की तरफ से जारी बयान में कहा गया है कि, “सोमवार को कुछ कैदियों की अदला-बदली की गई.” यहां ये जानना जरूरी है कि दोनों पक्षों की तरफ से ये खुलासा नहीं किया गया है कि कितने कैदियों की अदला-बदली की गई।