अटल आवासीय विद्यालय योजना: श्रमिकों के बच्चों को निःशुल्क आवासीय शिक्षा का तोहफा
उत्तर प्रदेश सरकार की अटल आवासीय विद्यालय योजना का उद्देश्य निर्माण श्रमिकों के बच्चों को निःशुल्क शिक्षा, आवास, भोजन और चिकित्सा सुविधा देना है। जानिए पात्रता, आवेदन प्रक्रिया और जरूरी दस्तावेजों की पूरी जानकारी।

अटल आवासीय विद्यालय योजना Atal Awasiya Vidyala Yojana
अटल आवासीय विद्यालय योजना उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा अनौपचारिक क्षेत्र में कार्यरत निर्माण श्रमिकों के बच्चों को निःशुल्क शिक्षा प्रदान करने के लिए शुरू की गई एक पहल है। इस योजना के तहत, पंजीकृत श्रमिकों के 6 से 16 वर्ष की आयु के दो बच्चों को समर्पित स्कूलों में निःशुल्क आवासीय शिक्षा मिलती है। यूपी अटल आवासीय विद्यालय योजना एक ऐसी योजना है जो उत्तर प्रदेश में निर्माण श्रमिकों के गरीब बच्चों को निःशुल्क शिक्षा प्रदान करती है। यह योजना वर्तमान में राज्य के 18 जिलों में लागू की जा रही है। इस योजना के तहत बच्चों को निःशुल्क शिक्षा, आवास और भोजन के साथ चिकित्सा सुविधाएँ प्रदान की जाती हैं। व्यक्तिगत विकास को बढ़ावा देने वाले पोषण वातावरण के साथ खेल और मनोरंजक गतिविधियाँ भी इस योजना में शामिल हैं ।
महत्वपूर्ण बिंदु:
1. कोरोना काल में निराश्रित बच्चे, जिनकी पहचान महिला कल्याण विभाग, लखनऊ द्वारा की गई है। मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना (सामान्य) के लिए बच्चे पात्र हैं।
2. अनाथ बच्चे और विधिवत पंजीकृत निर्माण श्रमिकों की संतानें, जिन्होंने पंजीकरण के बाद बोर्ड की कम से कम 01 वर्ष (365 दिन) की सदस्यता अवधि पूरी कर ली है।
3. प्रति पंजीकृत श्रमिक अधिकतम 02 बच्चे शैक्षिक लाभ प्राप्त कर सकते हैं।
ऑफलाइन आवेदन प्रक्रिया
1. आवेदक को नीचे दिए गए कार्यालयों में जाना होगा:
निकटतम श्रम कार्यालय/ संबंधित तहसील के तहसीलदार/ संबंधित विकास खंड के खंड विकास अधिकारी
2. आवेदन पत्र प्राप्त करें और उसे पूरी तरह से भरें
3. निर्धारित प्रारूप में आवश्यक दस्तावेज संलग्न करें
4. आवेदन पत्र उसी कार्यालय में जमा करें
आवश्यक दस्तावेज
1. माता-पिता का श्रम पंजीकरण कार्ड
2. बच्चे का जन्म प्रमाण पत्र
3. पिछली कक्षा की मार्कशीट मेडिकल प्रमाण पत्र (यदि आवश्यक हो)
4. पासपोर्ट साइज फोटो
Get Breaking News First and Latest Updates from India and around the world on Bharat Update. Follow Bharat Update on Facebook, Twitter.