Arvind Kejriwal : "न पैसे का लालच, न ही सीएम की कुर्सी का"- पूर्व CM अरविंद केजरीवाल
मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देकर एक तरफ तो केजरीवाल ने बीजेपी के आरोपों का जबाव दिया है, वहीं दुसरी तरफ यह संदेश दिया है कि उन्हें कुर्सी से कोई लगाव नहीं है। बता दें कि बीजेपी ने आरोप लगाया था कि अरविंद केजरीवाल अपनी कुर्सी नहीं छोड़ना चाहते।

New Delhi : दिल्ली के पूर्व सीएम अरविंद केजरीवाल ने भले ही अपने पद से इस्तीफा दे दिया है, लेकिन अभी भी दिल्ली की सियासत में उनका अहम किरदार है। मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देकर एक तरफ तो केजरीवाल ने बीजेपी के आरोपों का जबाव दिया है, वहीं दुसरी तरफ यह संदेश दिया है कि उन्हें कुर्सी से कोई लगाव नहीं है। बता दें कि बीजेपी ने आरोप लगाया था कि अरविंद केजरीवाल अपनी कुर्सी नहीं छोड़ना चाहते। इस्तीफा देकर केजरीवाल ने विपक्षी पार्टियों का मुंह बंद कर दिया है।
वहीं पार्टी भी अरविंद केजरीवाल के जरिए दिल्ली का जनता से अपने रिश्तों को मजबूत करने में जुटी हुई है। बता दें कि पूर्व सीएम केजरीवाल ने तिहाड़ जेल से निकलने के बाद अपने इस्तीफे की घोषणा की थी। उन्होंने दिल्ली के नए सीएम के पद के लिए आतिशी का नाम आगे किया था। आप विधायक दल की बैठक में भी आतिशी को नेता चुना गया था। जिसके बाद शनिवार को आतिशी ने सीएम पद की शपथ ली थी।
कुर्सी का कोई लालच नहीं- केजरीवाल
जानकारी के लिए बता दें कि दिल्ली के पूर्व सीएम अरविंद केजरीवाल ने रविवार को जंतर-मंतर पर 'जनता की अदालत' को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि उन्होंने इसलिए इस्तीफा दिया क्योंकि उन्हें सीएम की कुर्सी का कोई लालच नहीं है। उन्होंने दिल्ली का जनता को संबोधित करते हुए कहा कि वो देश के लिए राजनीति में आए है। उन्होंने इस बात पर भी जोर दिया कि वो राजनेता नहीं हैं।
उन्होंने कहा कि "मैंने इस्तीफा इसलिए दिया क्योंकि मैं राजनीति में भ्रष्टाचार करने नहीं आया हूं। मुझे सीएम की कुर्सी का कोई लालच नहीं है। मैं यहां पैसा कमाने नहीं आया हूं। मैंने इनकम टैक्स की नौकरी की, अगर मैं चाहता तो करोड़ों कमा सकता था। मैं देश के लिए, भारत माता के लिए, देश की राजनीति बदलने के लिए राजनीति में आया हूं। इन राजनेताओं को आरोपों की परवाह नहीं है, उनकी चमड़ी मोटी है, लेकिन मैं राजनेता नहीं हूं। मुझे परवाह है जब भाजपा मुझे चोर या भ्रष्ट कहती है। आज मेरा दिल टूट गया है और इसलिए मैंने इस्तीफा दे दिया।"
भाजपा पर किया हमला
पीएम मोदी और भाजपा पर हमला करते हुए अरविंद केजरीवाल ने कहा कि "हम ईमानदारी से सरकार चला रहे थे, हमने बिजली और पानी मुफ़्त किया, लोगों के लिए इलाज मुफ़्त किया, शिक्षा को बेहतरीन बनाया। लेकिन, मोदी जी को लगने लगा कि अगर उन्हें उनसे जीतना है तो उन्हें उनकी ईमानदारी पर हमला करना होगा और फिर उन्होंने केजरीवाल, सिसोदिया और आप को बेईमान साबित करने और हर नेता को जेल में डालने की साजिश रची।"
जनता देगी जवाब !
'जनता दरबार' में केजरीवाल ने जनता से सवाल करते हुए कहा कि ""मैं चाहता हूं कि लोग मुझे बताएं कि मैं ईमानदार हूं या बेईमान, अगर मैं बेईमान होता तो क्या मैं मुफ़्त में बिजली दे पाता? क्या मैं स्कूल बना पाता? मैं जानना चाहता हूं कि क्या लोग मुझे चोर समझते हैं या मुझे जेल में डालने वाले लोग चोर हैं।"