सावन सोमवार 2025: पहला व्रत 14 जुलाई को — पूजा विधि, महत्व और तिथि
सावन 2025 का पहला सोमवार व्रत 14 जुलाई को है। जानिए सावन के चार सोमवार व्रत की तिथियाँ, पूजा-विधि, व्रतकथा और महत्व—आसान हिंदी में, आपके अपने अंदाज़ में लिखा गया।

सावन की शुरुआत और सोमवार की तिथियाँ
इस साल, सावन माह 11 जुलाई 2025 से शुरू होकर 9 अगस्त 2025 तक रहेगा.
उत्तर भारत में सावन के चार सोमवार व्रत होंगे:
- पहला सोमवार: 14 जुलाई 2025
- दूसरा: 21 जुलाई 2025
- तीसरा: 28 जुलाई 2025
- चौथा: 4 अगस्त 2025
2. सावन सोमवार का धार्मिक महत्व
सावन के सोमवार भगवान शिव को समर्पित होते हैं। इस दिन व्रत और पूजा से शिवजी की विशेष कृपा मिलती है, जीवन में सुख-शांति और समृद्धि आती है
3. पूजा-विधि (व्रत कथा सहित)
- प्रातः स्नान करने के बाद सफ़ेद या हल्के रंग के वस्त्र पहनें।
- शिवलिंग पर जल, दूध, दही, घी, शहद (पंचामृत) चढ़ाएं। बेलपत्र, धतूरे के फूल, गंगाजल, भांग और बेलपत्र अर्पित करें.
- “ॐ नमः शिवाय” मंत्र 108 या 1008 बार जपें।
- शाम को दीपक जलाएं और व्रत कथा सुनें—जिसमें पार्वती की तपस्या और शिवजी की कृपा का वर्णन है
- व्रत को फल, दूध, या एक हल्का भोजन लेकर तोड़ें (प्रारण)।
4. उपयोग और लाभ
- मोक्ष, मानसिक शांति और जीवन में सकारात्मक ऊर्जा लाता है।
- सोलह सोमवार व्रत से विशेष फल की प्राप्ति होती है—जैसे वैवाहिक सुख, संतान की इच्छा, या कॅरियर में उन्नति।
निष्कर्ष
सावन का माह भगवान शिव की असीम कृपा का समय है। केवल चार सोमवार व्रत रखने से हम अपने जीवन को और बेहतर बना सकते हैं—चाहे शांति हो, स्वास्थ्य हो या संबंधों में मधुरता।