महाराष्ट्र में त्रिभाषा नीति विवाद: राज ठाकरे और बीजेपी में जुबानी जंग तेज
महाराष्ट्र में त्रिभाषा नीति को लेकर विवाद गहराता जा रहा है। राज ठाकरे के बयान के बाद बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे ने तीखी प्रतिक्रिया दी है। मराठी और हिंदी भाषी समुदायों के बीच सियासी बयानबाज़ी से तनाव बढ़ रहा है।

महाराष्ट्र में भाषा को लेकर विवाद गहराता जा रहा है। बीते दिनों महाराष्ट्र सरकार ने त्रिभाषा नीति लागू करने का फैसला लिया था, जो उन्होंने भारी विरोध के बाद वापस ले लिया। अब इस मुद्दे को लेकर विपक्ष भी मुंबई सहित राज्य के अनेक हिस्सों में हंगामा कर रहा है। बीते दिनों राज ठाकरे और उद्धव ठाकरे ने त्रिभाषा नीति रद्द होने का जश्न मनाया था। इस कार्यक्रम में राज ठाकरे ने जो भाषण दिया, उसके बाद सियासत गरमाने लगी है। मुंबई में हिंदी बोलने वाले लोगों को मराठी ना आना अब एक सियासी मुद्दा बन चुक है। इसपर लगातार राजनेताओं के बयान सामने आ रहे हैं। महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना के प्रमुख राज ठाकरे से बयान पर अन्य पार्टियों के नातों ने उनपर हमला बोला है। भारतीय जनता पार्टी के झारखंड के गोड्डा से सांसद निशिकांत दुबे ने एमएनएस चीफ राज ठाकरे को बिहार आने की खुली चुनौती दे डाली. बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे ने कहा कि, “अगर राज ठाकरे में इतनी ही हिम्मत है, तो वह बिहार आकर दिखाएं. पटक-पटकर मारा जाएगा.”
हमारे पैसे पर पल रहे हो...
भारतीय जनता पार्टी के सांसद निशिकांत दुबे ने कहा कि, "आप किसकी रोटी खा रहे हो? टाटा, बिरला, रिलायंस की महाराष्ट्र में यूनिट तक नहीं है. टाटा ने पहली फैक्ट्री तब के बिहार में बनाई. हमारे पैसे पर पल रहे हो, तुम कौन सा टैक्स देते हो. कौन सी इंडस्ट्री है तुम्हारे पास, सारे माइंस हमारे पास है या फिर झारखंड के पास है और छत्तीसगढ़ के पास है. मध्य प्रदेश के पास है, ओडिशा के पास है पर आपके पास कौन सी माइंस है."
“…हिंदी भाषी लोगों को मुंबई में मारने वाले यदि हिम्मत है तो महाराष्ट्र में उर्दू भाषियों को मार कर दिखाओ, अपने घर में तो कुत्ता भी शेर होता है. कौन कुत्ता और कौन शेर, खुद ही फैसला कर लो.”
तुमको पटक-पटक कर मारेंगे
बीजेपी सांसद ने आगे कहा कि, "रिफाइनरी अगर रिलायंस ने लगाई है, तो गुजरात में लगाई है. सेमीकंडक्टर की इंडस्ट्री भी गुजरात में आ रही है, आप लाडशाही कर रहे हो. आपमें हिम्मत है तो उर्दूभाषी को भी मारो, तेलुगू-तमिलभाषी को भी मारो. अपने घर में हो. महाराष्ट्र में हो. अगर इतने बड़े बॉस हो तो चलो बिहार. चलो उत्तर प्रदेश, तुमको पटक-पटक कर मारेंगे. हम मराठी का सम्मान करते हैं. मराठी एक आदरणीय भााषा है. हम छत्रपति शाहूजी और शिवाजी महाराज का सम्मान करते हैं."
हम सभी का सम्मान करते है...
मराठी भाषा और हिंदी भाषा को लेकर मुंबई में चल रहे विवाद से बीजेपी नेता बौखलाए हुए हैं। उन्होंने राज ठाकरे को खरी–खारी सुनाते हुए कहा कि, “तात्या टोपे से लेके सभी का हम सम्मान करते हैं. उन सबों ने चाहे तिलक हों या फिर चाहे लाजपत राय हों, आज़ादी के आंदोलन में गोपाल कृष्ण गोखले हों इन सभी ने बड़ा योगदान दिया है. हम तो सभी मराठी स्वतंत्रता सेनानियों का सम्मान करते हैं. भारत की स्वतंत्रता में बहुत बड़ा योगदान है. लेकिन आज जो वोट बैंक की राजनीति, BMC का चुनाव होने वाला है और यह उद्धव ठाकरे और राज ठाकरे जो कर रहे हैं. इससे घटिया कोई काम नहीं हो सकता है और हम इसका प्रतिकार करते हैं.”