बिहार में बढ़ते अपराध और सियासी घमासान: विपक्ष और एनडीए आमने-सामने
बिहार में बीते 7 दिनों में हुई 17 हत्याओं ने राज्य की कानून-व्यवस्था पर बड़ा सवाल खड़ा कर दिया है। विपक्ष के साथ-साथ एनडीए के मंत्री भी नीतीश सरकार पर सवाल उठा रहे हैं। पढ़ें पूरी रिपोर्ट कि कैसे अपराध बन गया है सियासी मुद्दा।

बिहार में इन दिनों सियासी घमासान मचा हुआ है. बीते कई दिनों से बिहार में कुछ ऐसे हत्याकांड सामने आये हैं, जिसके बाद विपक्ष नीतीश सरकार पर सवालों की झाड़ियां लगाने लगा है. बिहार में बीते 7 दिन में 17 लोगों की हत्या का मामला सामने आया है. ये आंकड़े बेहद चौंकाने वाले हैं. मरने वाले लोगों में पटना में मशहूर कारोबारी गोपाल खेमका के साथ-साथ सीवान में तीन लोगों की हत्या, पूर्णिया में एक ही परिवार के 5 लोगों की हत्या भी शामिल है. बिहार में बढ़ते अपराध के बाद विपक्ष ने रज्य सरकार [ार हमला बोला है. लेकिन बात यहीं सीमित नहीं है. इस बड़े हत्याकांड के बाद एनडीए के मंत्री भी नीतीश सरकार पर सवाल उठाने लगे हैं. शनिवार को हद तो तब हो गई जब राज्य के डिप्टी सीएम विजय सिन्हा ने लॉ एंड ऑर्डर पर पुलिस पर सवाल खड़े कर दिए.
बिहार में बिगड़ा लॉ-आर्डर
बिहार में बीते कई दिनों से आपराधिक मामलों में बढ़ोत्तरी होती दिख रही है. बहदते मामलों को लेकर अब सियासत तेज हो गयी है. विपक्षी दलों ने चुनाव से पहले बिहार सरकार पर निशाना साधा है. राजनेता लगातार मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और राज्य सरकार पर ख़राब कानून-व्यवस्था के आरोप मढ़ रहे हैं. इसे लेकर अब एनडीए सरकार भी राज्य सरकार पर आरोप लगाती दिख रही है. विपक्षी दलों के साथ साथ सत्तारूढ़ पार्टी के नेता भी सीएम नीतीश कुमार को निशाने पर ले रहे हैं.
डिप्टी सीएम ने पुलिस पर उठाए सवाल
बिहार के उपमुख्यमंत्री विजय सिन्हा ने भी राज्य की बिगड़ती कानून-व्यवस्था को लेकर सवाल उठाए. विजय सिन्हा ने बिहार पुलिस की कार्यशैली पर सवाल खड़े करते हुए कहा कि, "पुलिस प्रशासन की कमजोरी से अपराधियों के मनोबल बढ़ा है. उन्होंने बालू माफिया, जमीन माफिया और दारू माफिया के गठजोड़ का भी जिक्र किया."
बिहार के डिप्टी सीएम विजय सिन्हा ने कहा, "लॉ एंड ऑर्डर पर घटना के बाद त्वरित कार्रवाई हो रही है. मैं बार-बार प्रश्न उठा रहा हूं कि इस घटना में जो जमीन माफिया का हो, बालू माफिया पर भी, जिसकी हत्या हुई है, उसके बारे में भी लोग जानते है कि किस तरह से बालू के कारोबार में नेटवर्किंग और माफियागिरी करता था. वो कारोबारी नहीं थे. कई लोग पार्टनरशिप में थे. लोग कहते हैं कि लड़ाई के कारण यह घटना घटित हुआ. लेकिन जो भी घटना हुई वो दुखद है."
विजय सिन्हा ने आगे कहा कि, "ये जमीन माफिया और दारू माफिया का गठजोड़ कहीं न कहीं पुलिस प्रशासन के कमजोर कड़ी के कारण उनका मनोबल बढ़ा है. और सरकार सजगता के साथ पूरी एक्शन ले रही है."
चिराग पासवान ने भी बिहार पुलिस पर उठाए सवाल
डिप्टी सीएम विजय सिन्हा के अलावा चिराग पासवान ने भी इस मामले पर चुप्पी तोड़ी. केंद्रीय मंत्री और लोक जनशक्ति पार्टी (राम विलास) के मुखिया चिराग पासवान ने बिहार की कानून-व्यवस्था को लेकर सोशल मीडिया पोस्ट एक्स पर लिखा- बिहारी अब और कितनी हत्याओं की भेंट चढ़ेंगे? समझ से परे है कि बिहार पुलिस की जिम्मेदारी क्या है?
जीतन राम मांझी ने याद दिलाया गठबंधन धर्म
चिराग पासवान के सवाल उठाने पर एनडीए के सहयोगी हम के नेता जीतन राम मांझी ने अपराध के लिए राजद को जिम्मेदार बताते हुए गठबंधन धर्म की याद दिलाने लगे.
जीतन राम मांझी ने सोशल मीडिया मंच एक्स पर लिखा- अपराध करवाएँ राजद वाले, तोहमत लगे सरकार पर, वाह रे गठबंधन धर्म. हमारे यहाँ एक कहावत है, “गुड़ खाते हैं,गुडअम्मे से परहेज” यह ठीक नहीं. वैसे एक बात बताऊँ अब बिहार के मुख्यमंत्री निवास में माफियाओं की ख़ातिरदारी नहीं होती बल्कि उन माफियाओं को ठोक दिया जाता है. लॉ एंड ऑर्डर पर सवाल उठाने वालें को यह बात समझना चाहिए.
पूर्व उपमुख्यमंत्री का बिहार सीएम पर तीखा हमला
बिहार में बढ़ते अपराध को लेकर तेजस्वी यादव ने कहा कि, "लॉ एंड ऑर्डर नाम का कोई चीज नहीं है. क्रिमिनल डिसऑर्डर एकदम हो चुका है. कोई सुनने वाला, देखने वाला, बिहार में नहीं रहा. लोग मारे जा रहे हैं. कोई सुनवाई, कोई कार्रवाई नहीं है, लोग परेशान हैं, लोग सहमे हुए हैं. प्रतिदिन गोलियां चल रही है. किसी न किसी की हत्या हो रही है. कहां है प्रशासन? अधिकारी लूट-खसोट में लगे हुए हैं. हम लोगों के पास आगे बहुत सारा रोड मैप है, आगे हमलोग जनता के बीच रखेंगे."
बिहार सीएम ने साधी चुप्पी
बिहार में बढ़ते अपराधों को लेकर जहाँ विपक्ष ने पूरी तरह से राज्य सरकार को घेर रखा है तो वहीं इस मामले पर अभी तक सीएम नीतीश कुमार चुप है. हालाँकि उन्होंने अधिकारियों को कार्रवाई के निर्देश दे दिए हैं लेकिन बढ़ती आपराधिक घटनाओं पर कुछ नहीं कहा. दूसरी ओर बिहार में हो रहे अपराध को लेकर राज्य के कारोबारी भयभीत है. दूसरी ओर पुलिस ने हाल के दिनों में हुए आपराधिक घटनाओं के मामलों पर कई लोगों को गिरफ्तार किया है.