पुरी रथयात्रा में भगदड़ से बड़ा हादसा: तीन श्रद्धालुओं की मौत, कई घायल
ओडिशा के पुरी में भगवान जगन्नाथ की रथयात्रा के दौरान भारी भीड़ के कारण भगदड़ मच गई। हादसे में तीन श्रद्धालुओं की मौत हो गई और 10 लोग घायल हो गए। मुख्यमंत्री मोहन माझी ने जताया दुख और भक्तों से मांगी क्षमा।

ओडिशा के पुरी में भगवान जगन्नाथ की रथयात्रा के दौरान भगदड़ होने से बड़ा हादसा हो गया. इस हादसे में कम से कम तीन लोगों की मौत की खबर सामने आयी है. इस दुर्घटना में 10 लोग घायल भी हुए हैं. मृतकों में दो महिलाएं शामिल हैं. रथयात्रा के दौरान ये हादसा गुंडिचा मंदिर के पास हुआ. उस दौरान वहां भक्तों की भारी भीड़ दर्शन के लिए पहले से मौजूद थी. ख़बरों के मुताबिक, यह हादसा सुबह करीब 4:30 बजे हुआ, जब भगवान जगन्नाथ, भगवान बलभद्र और देवी सुभद्रा की मूर्तियों को ले जा रहे तीन रथ जगन्नाथ मंदिर से करीब तीन किलोमीटर दूर श्री गुंडिचा मंदिर के पास थे. इस हादसे के बाद ओडिशा के मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी ने दुःख जताते हुए भक्तों से माफी मांगी है. उन्होंने कहा है कि मैं भगवान जगन्नाथ के भक्तों से इस घटना के लिए क्षमा मांगता हूं.
रथयात्रा के दौरान हुआ हादसा
पुरी में भगवान जगन्नाथ की रथ यात्रा के दौरान भगवान जगन्नाथ, भगवान बलभद्र और देवी सुभद्रा के रथ गुंडिचा माता मंदिर की ओर जा रहे थे. गुंडिचा माता मंदिर के पास पहले से ही भक्तों की भारी भीड़ दर्शन के लिए इकठ्ठा थी. रथ यात्रा के दौरान ही भीड़ बढ़ने पर भगदड़ का माहौल बन गया. अफरा तफरी में हुए इस हादसे में तीन लोगों की मौके पर ही मौत हो गयी. मृतकों में दो महिलाएं- प्रभाती दास और बसंती साहू शामिल हैं. इसके अलावा, 70 वर्षीय प्रेमकांत मोहंती की भी मौत हुई है. ये तीनों खुरदा जिले के रहने वाले थे और रथ यात्रा के लिए पुरी आए थे. मृतकों के अलावा करीब 10 श्रद्धालुओं के घायल होने की खबर है और उनकी हालत भी गंभीर बताई जा रही है.
ओडिशा के मुख्यमंत्री ने जताया दुःख
ओडिशा के पुरी में इन दिनों देश के सबसे बड़े धार्मिक महोत्सव का आयोजन चल रहा है. 27 जून से शुरू हुई भगवान जगन्नाथ की रथयात्रा में लाखों की संख्या में श्रद्धालु शामिल हुए हैं. इस दौरान भगवान जगन्नाथ के रथ को खींचने में भीड़ ज्यादा होने के कारण भगदड़ जैसे हालात बन गए. गुंडिचा माता मंदिर के पास हुए इस हादसे में तीन लोगों की मौत से हड़कंप मच गया. इस मामले का संज्ञान लेते हुए ओडिशा के मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी ने शोक प्रकट किया है. उन्होंने महाप्रभु के भक्तों से क्षमा मांगी. सीएम मोहन ने कहा कि, "मैं भगवान जगन्नाथ के भक्तों से इस घटना के लिए क्षमा मांगता हूं."
पुरी में जारी है ऐतिहासिक और दिव्य रथयात्रा
पुरी में रथ यात्रा शुरू होने के एक दिन बाद शनिवार को भगवान बलभद्र, देवी सुभद्रा और भगवान जगन्नाथ के रथ अपने गंतव्य गुंडिचा मंदिर पहुंच गए हैं. गुंडिचा मंदिर को देवताओं की ‘मौसी' का घर माना जाता है जो हर साल जगन्नाथ मंदिर से निकलकर अपनी ‘मौसी' के घर जाते हैं. गुंडिचा मंदिर 12वीं सदी के जगन्नाथ मंदिर से 2.6 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है.
देवता नौ दिन बाद मुख्य मंदिर चले जाएंगे. वापसी की रथ यात्रा को ‘बहुदा यात्रा' कहा जाता है जो इस साल पांच जुलाई को होगी. इससे पहले दिन में ‘जय जगन्नाथ' और ‘हरि बोल' के जयकारों के बीच श्रद्धालुओं ने आज सुबह लगभग 10 बजे तीनों रथों को फिर से खींचना शुरू किया। पुरी में 27 जून की रात रथयात्रा रोक दी गई थी.